US Federal
– फोटो : Social Media
विस्तार
दुनियाभर में बैंकों के डूबने की घटनाओं के बीच एक बार फिर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने दरों में वृद्धि (US Fed Rate Hike) कर दी है। फेड बुधवार देर रात ब्याज दर में 0.25 फीसदी की वृद्धि की घोषणा की। इससे फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें अब 4.75 से 5 फीसदी के बीच पहुंच गई हैं। यह साल 2007 के बाद से सर्वोच्च स्तर है। हालांकि, वहां के शेयर बाजार एसएंडपी 500 पर इसका कोई असर नहीं दिखा और यह देर रात मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
साल 2007 में भी इसी स्तर पर जब दरें थीं, तो 2008 में वहां का लेहमन ब्रदर्स बैंक डूबा था और उसकी वजह से पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी आ गई थी। एक बार फिर से उसी स्तर पर दरें हैं और इसका असर कुछ हद तक दिखा भी है, जब वहां के दो बैंक डूब गए और एक बैंक को किसी और के साथ विलय कर दिया गया।
अप्रैल में आरबीआई भी कर सकता है दरों में 0.25 फीसदी की वृद्धि
विश्लेषकों का अनुमान है कि महंगाई को नियंत्रण में लाने के लिए फेडरल रिजर्व बैंक इस साल अभी एक बार और दरों में वृद्धि कर सकता है। हालांकि, अगले साल दरों को बढ़ाने की रफ्तार रुक सकती है। उनका यह भी मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इस फैसले के बाद अप्रैल के पहले हफ्ते में आरबीआई भी दरों में 0.25 फीसदी की वृद्धि कर सकता है। इसी हफ्ते यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने दरों में आधा फीसदी का इजाफा किया था। इन संकेतों से ऐसा अनुमान है कि महंगाई रोकने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंक इस साल दरों को आक्रामक तरीके से बढ़ाने की गति जारी रखेंगे।