लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन।
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विस्तार
फरार अमृतपाल सिंह के समर्थन में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन किया। इस मौके पर मेट्रोपोलिटन पुलिस मौजूद थी। इससे पहले बीते रविवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग पर से राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की गई और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। हालांकि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने गजब की हिम्मत दिखाते हुए खालिस्तानियों का विरोध किया और खालिस्तानी झंडे को फहराने की कोशिश कर रहे युवक से खालिस्तानी झंडा लेकर फेंक दिया था।
#WATCH | London, UK | Anti-India protests by Khalistanis behind Police barricade. Metropolitan Police on guard at Indian High Commission. pic.twitter.com/YDYKX39Bit
— ANI (@ANI) March 22, 2023
दो हजार खालिस्तान समर्थकों ने किया हंगामा
करीब दो हजार खालिस्तान समर्थकों ने बुधवार को एक बार फिर लंदन में भारतीय उच्चायोग के पास हंगामा किया। कड़ी सुरक्षा के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए खालिस्तान के झंडे हवा में लहराए। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों पर पर स्याही और पानी की बोतलें फेंकी।
#WATCH | London Metropolitan Police increases security outside the Indian High Commission in London, UK as Khalistanis protest in front of it. pic.twitter.com/wg5ijCXcMG
— ANI (@ANI) March 22, 2023
भारतीय उच्चायोग ने फहराया विशाल तिरंगा
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने मिशन भवन की ओर पुलिस अधिकारियों और प्रदर्शन को कवर करने वाले मीडियाकर्मियों पर कई तरह की चीजें फेंकनी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को तोड़ने की भी कोशिश की। हंगामे को देखते हुए स्कॉटलैंड यार्ड ने इंडिया हाउस क्षेत्र में सुरक्षा को ओर कड़ा किया। वहीं, खालिस्तानियों के प्रदर्शन के दौरान भारतीय उच्चायोग ने करारा जवाब देते हुए इमारत के ऊपर एक विशाल तिरंगा फहराया।
पहले किया था उच्चायोग पर हमला
इससे पूर्व में किए गए प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने उच्चायोग पर हमला कर तिरंगे का अपमान तक किया था। इसके बाद भारत सरकार के सख्त तेवर के बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा कड़ी की गई। मौके पर बैरिकेड और पुलिस कर्मियों की संख्या को बढ़ा दिया गया है। मध्य लंदन में इंडिया प्लेस इमारत के बाहर पुलिस अधिकारियों को गश्त लगाते देखा गया। बुधवार का पूर्वनियोजित प्रदर्शन पंजाब में पुलिस की कथित भेदभावपूर्ण कार्रवाई के जवाब में बताया गया है। लंदन में भारतीय उच्चायोग खालिस्तान समर्थक समूह ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ पंजाब में चल रही कार्रवाई के बारे में भ्रामक सूचनाओं का मुकाबला करने के लिए काम कर रहा है।
दुष्प्रचार करने वालों पर विश्वास न करें प्रवासी भारतीय
वहीं, भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि मैं यहां यूके में अपने सभी दोस्तों, विशेष रूप से पंजाब में रिश्तेदारी रखने वाले भाई-बहनों को आश्वस्त करता हूं कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे सनसनीखेज झूठ में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा, स्थिति वैसी नहीं है, जैसी बताई जा रही है। राज्य के निर्वाचित मुख्यमंत्री और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने टेलीविजन पर साक्षात्कार सहित विस्तृत जानकारी दी है, कृपया इन्हें देखें। मुट्ठी भर लोगों पर विश्वास मत करो जो दुष्प्रचार कर रहे हैं।
बता दें कि 23 फरवरी को अमृतपाल के हजारों समर्थक जबरन अजनाला पुलिस स्टेशन में घुस गए थे। तलवारें और असलहों के साथ पुलिस पर हमला कर दिया था। ये लोग लवप्रीत तूफान को रिहा कराने पहुंचे थे, जिसे एक व्यक्ति के अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तलवारों और बंदूकों के साथ समर्थकों ने अजनाला पुलिस थाने के बाहर लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया।