हाइलाइट्स
अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक यह फंगस पूरे विश्व की हेल्थ के लिए खतरा है.
कैंडिडा ऑरिस इम्यून सिस्टम को पंगु बना देता है.
Deadly Drug Resistant Fungus in US: कोरोना से हो रही तबाही अब भी बदस्तूर जारी है, उपर से दुनिया पर कई अन्य वायरस, फंगस और बैक्टीरिया के हमले का खतरा भी कम नहीं मंडरा रहा. अब अमेरिका में एक नए फंगस ने नए सिरे से तबाही मचाना शुरू कर दिया है. यह फंगस तेजी से पूरे अमेरिका में फैल रहा है. अब तक लगभग अमेरिका के आधे राज्यों को कैंडिडा ऑरिस (C.auris) नाम के इस फंगस ने अपनी चपेट में ले लिया है. पिछले साल कैंडिडा ऑरिस के नए मामलों में तेजी आने के बाद इस साल अमेरिका को बुरी तरह फंगस ने परेशान कर रखा है. अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक यह फंगस पूरे विश्व की हेल्थ के लिए खतरा है. सबसे खराब बात यह है कि कैंडिडा ऑरिस ड्रग रेजिस्टेंस है. इसलिए यह फंगस बेहद खतरनाक माना जा रहा है. कैंडिडा ऑरिस इम्यून सिस्टम को पंगु बना देता है.
एनबीसी न्यूज के मुताबिक नवंबर से कम से कम 12 लोगों को इस वायरस ने अपनी चपेट में लिया है जिनमें से 4 लोगों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में कैंडिडा फंगस के कारण 2020 में 756 लोग संक्रमित हुए थे लेकिन 2021 में इस फंगस से 1471 लोग संक्रमित हुए.
कहां से शुरू हुआ इंफेक्शन
टीओआई की खबर के मुताबिक कैंडिडा ऑरिस फंगस से संक्रमण का पहला मामला जापान में 2009 में सामने आया था. अमेरिका में 2013 में इसके पहले संक्रमण का मामला सामने आया. 2021 तक यह फंगस अमेरिका को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले लिया. जर्नल एनाल ऑफ इंटरनल मेडिसीन के मुताबिक पिछले साल कैंडिडा ऑरिस संक्रमण के कम से कम 5,754 मामले सामने आए थे.
शरीर में क्या करता है यह फंगस
कैंडिडा ऑरिस दो तरीकों से शरीर में घुसता है. पहला स्किन, मुंह और मलद्वार के जरिए लिवर में घुस जाता है और उस अंग को प्रभावित करने लगता है. इस स्थिति में इंसान में कोई लक्षण नहीं दिखता लेकिन दूसरों को यह संक्रमित कर सकता है. दूसरा अगर कहीं शरीर के हिस्से में खरोंच या कट हो तो यह फंगस खून में घुस जाता है. इससे संक्रमण का असर तेजी से होता है.
फंगस के संक्रमण पर क्या दिखते हैं लक्षण
कैंडिडा ऑरिस के संक्रमण के बाद बुखार और कंपकपी होती है जो एंटीबायोटिक खाने के बाद भी नहीं जाता. इसका इलाज इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि कई अन्य तरह की बीमारियों में भी यही लक्षण दिखते हैं. इस कारण से इसका गलत इलाज हो जाता है. इसमें खून जांच की जरूरत पड़ती है जो हर जगह उपलब्ध नहीं है.
क्या इस संक्रमण से इंसान मर जाएगा
ऐसा हो सकता है लेकिन इसे लेकर अब तक कोई वास्तविक डाटा नहीं है. सीडीसी ने कैंडिडा इंफेक्शन में 30 से 60 प्रतिशत मृत्यु दर की आशंका व्यक्त की है. एक्सपर्ट ने चिंता जताया है कि मौत के अलावा यह फंगस कई अन्य गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है.
क्या इसका इलाज है
अधिकांश फंगल बीमारियों को एंटीफंगल दवाई से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. लेकिन वैज्ञानिकों को डर है कि बीमारी जब तेजी से बढ़ेगी तो वर्तमान में जो दवाई उपलब्ध है, वह रेजिस्टेंस हो जाएगा. इसका मतलब है कि डॉक्टरों को कई तरह की दवाई को मिलाकर हैवी डोज देना होगा.
भारत पर कितना असर
कैंडिडा ऑरिस के अब तक भारत में कोई मामला सामने नहीं आया है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन के मुताबिक इस फंगस के पूरे विश्व की स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर परने की आशंका है.
किसे है ज्यादा खतरा
जिन लोगों को पहले से कुछ न कुछ बीमारियां हैं, उन लोगों को इस फंगस से ज्यादा खतरा है. वहीं हेल्थकेयर स्टाफ को भी इस फंगस से ज्यादा खतरा है.
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Tags: Health, Health News, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : March 22, 2023, 13:04 IST