हाइलाइट्स
गर्मियों में अचानक से बच्चों की नाक से खून बहना नकसीर फूटने का एक कारण होता है.
समय पर नाक से खून आने को रोका ना जाए, तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है.
Nose bleed and liver disease: गर्मियों में अचानक से बच्चों की नाक से खून बहना नकसीर फूटने का एक कारण होता है. हालांकि यह समस्या आम है, लेकिन समय पर नाक से खून आने को रोका ना जाए, तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है. कई बार लोग इसको गंभीरता से नहीं लेते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि नाक से खून आना लिवर से जुड़ी किसी बीमारी का भी संकेत हो सकता है. एक्सपर्ट की मानें तो इसे इग्नोर नहीं किया जाना चाहिए. यदि आपको पहली बार नकसीर फूटने की समस्या हुई है, तब ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है. यदि आपके परिवार में किसी को इस तरह की दिक्कत है तो आपको इस बारे में जरूर जानना चाहिए. आइए कन्नौज के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एके यादव से जानते हैं नाक से खून बहने पर डॉक्टर से सलाह क्यों है जरूरी.
लिवर की बीमारी का संकेत
डॉ. एके दीक्षित के अनुसार, लिवर हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है. इसलिए इसकी खास तरह से देखभाल भी जरूरी है. यदि समय रहते फैटी लिवर डिजीज का इलाज न किया जाए तो लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है. लिवर के ठीक से काम न करने से क्लॉटिंग प्रोसेस प्रभावित होता है और सामान्य रूप से रक्त के थक्के बनना बंद हो जाते हैं. रक्त पतला होने के कारण नाक से खून बहने लग सकता है. फैटी लिवर डिसीज के शुरुआत में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है. जानकारी न हो पाने से लिवर में पफैट बनती जाती है. इससे लिवर पर सूजन आ जाती है.
क्यों होती है यह समस्या
यदि किसी को लिवर संबंधी बीमारी है तो उसे बार बार नाक से खून आने की परेशानी भी हो सकती है. फैटी लिवर डिजीज के कारण नाक से खून बहने यानी नकसीर फूटने की समस्या आमतौर पर तब होती है, जब समय रहते लिवर डिजीज का इलाज न किया जाए. इस बीमारी को एपिस्टेक्सिस भी कहा जाता है. नाक से अधिक ब्लीडिंग इसलिए भी हो सकती है, क्योंकि बॉडी ब्लड क्लोटिंग को लेकर अधिक सेंसटिव हो जाती है. समय पर इलाज न करने पर लिवर के काम करने की क्षमता कमजोर पड़ने लगती है और रक्त के थक्के न जमने के कारण नाक से खून बहने लगता है.
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फैटी लिवर होने का कारण
सामान्य तौर पर ऐसा माना जाता है कि गलत खानपान और अधिक शराब के सेवन से फैटी लिवर हो जाता है. लेकिन फैटी लिवर होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. इनमें मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज होना, इंसुलिन प्रतिरोधी होना (जैसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) शामिल हैं. साथ ही अंडरएक्टिव थायरॉयड, हाई ब्लड प्रेशर होना, उच्च कोलेस्ट्रॉल या चयापचय सिंड्रोम की वजह से भी फैटी लिवर हो सकता है.
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फैटी लिवर डिजीज के लक्षण
लिवर सिरोसिस में नाक से ब्लीडिंग के अलावा और भी लक्षण देखने को मिल सकते हैं. थकान, भूख न लगना, वजन कम होना, मसल्स डैज होना, लिवर पेन, स्किन पीली पड़ना, बाल झड़ना, सूजन आना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. गंभीर लक्षणों की बात करें तो इनसे पर्सनेलिटी में बदलाव होना, नींद न आना, मैमोरी लॉस होना, भ्रम की स्थिति रहना, किसी भी जगह ध्यान केंद्रित न कर पाना शामिल है. इस बीमारी में ब्रेन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है.
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Tags: Health benefit, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : May 07, 2023, 12:04 IST