Anil Kapoor from film Nayak and Shakib al Hasan
अनिल कपूर की फिल्म ‘नायक’ तो याद है न आपको! इसमें उन्हें एक दिन का सीएम बनाया जाता है और वह महज 24 घंटों में पूरे राज्य की गंदगी, भ्रष्टाचार खत्म कर देते हैं। महज एक दिन में वह राज्य के मसीहा बन जाते हैं। क्या कुछ इसी स्टाइल में किसी देश के क्रिकेट से जुड़ी गड़बड़ियों को खत्म किया जा सकता है? सवाल फिल्मी जरूर है पर आज की तारीख में मौजू है। इस सवाल को प्रासंगिक बनाया है बांग्लादेश टेस्ट टीम के कप्तान और स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने, जिन्हें इस फिल्म से कुछ खास करने की प्रेरणा मिली है। शाकिब ‘नायक’ के फिल्मी अवतार में सामने आकर बांग्लादेश क्रिकेट की पूरी सफाई करने का दावा कर रहे हैं।
शाकिब अल हसन को ‘नायक’ के शिवाजी राव से मिली प्रेरणा
Shakib al Hasan
बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) की मार्केटिंग में नाकाम रहने पर अपने देश के क्रिकेट बोर्ड की तीखी आलोचना करते हुए बॉलीवुड फिल्म ‘नायक’ का जिक्र किया। इस फिल्म में, शिवाजी राव का किरदार निभा रहे एक्टर अनिल कपूर को एक राज्य का मुख्यमंत्री एक दिन के लिए राज्य चलाने और इसके सामने आने वाली मुश्किलों को हल करने की चुनौती दी जाती है।
शाकिब का ‘नायक’ के अनिल कपूर की तरह सफाई करने का दावा
Shakib al Hasan
शाकिब ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर उन्होंने मुझे बीपीएल सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) बनाया, तो मुझे सब कुछ ठीक करने में एक या दो महीने लगेंगे। आपने ‘नायक’ फिल्म देखी है? अगर आप कुछ करना चाहते हैं, तो आप इसे एक दिन में कर सकते हैं।’’
बांग्लादेशी ऑलराउंडर ने आगे कहा, ‘‘मैं खिलाड़ियों का ड्राफ्ट और नीलामी समय पर करूंगा और खाली समय के दौरान बीपीएल आयोजित करूंगा। हमारे पास सभी आधुनिक तकनीक होगी। घरेलू और विदेशों के लिए अच्छे ब्रॉडकास्टर होंगे।’’
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड से नाराज शाकिब
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) 2012 में छह फ्रेंचाइजी टीमों के साथ घरेलू टी20 लीग बीपीएल शुरू की थी। अब इसमें टीमों की संख्या सात हो गयी है। बीपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शाकिब ने दावा किया कि बीसीबी ने कभी भी टूर्नामेंट को लोकप्रिय बनाने का कोई इरादा नहीं दिखाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बीपीएल के स्तर के बारे में नहीं जानता। यह कहना मुश्किल है कि हम इसे सफल नहीं बना सकते या ऐसा करना ही नहीं चाहते।’’ बेशक, शाकिब के इरादे नेक हैं उनके देश में क्रिकेट के हालात अच्छे हों तो इससे पूरे वर्ल्ड क्रिकेट की बेहतरी होगी। लेकिन यह ‘शिवाजी राव’ वाले फिल्मी स्टाइल में मुमकिन होगा यह कहना फिलहाल मुनासिब नहीं है।