हाइलाइट्स
अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गठिया ट्रांसप्लांट के मरीजों को ठंड से बचाने की बेहद जरूरत
‘कमरों में हीटर, ब्लोअर से जो हम आर्टिफिशियल गर्माहट करते हैं उससे बचना चाहिए’
‘आर्टिफिशियल हिटिंग से बचें और नेचुरल तरीके से शरीर को गर्म रखें’
नई दिल्ली. कड़ाके की ठंड ने पूरे उत्तर भारत (Cold waves in North India) में सर्दी को बढ़ा दिया है. लोग जगह-जगह अलाव का सहारा लेके मौसम की मार को झेलने के लिए मजबूर दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में इन दिनों बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. शीत लहर में सर्दी बहुत जल्दी लगने का डर है और कभी-कभी सर्दी लगने का पता भी दो-तीन दिन बाद लगता है. आमतौर पर अचानक से गर्म कमरे से ठंडक में जाने पर सर्दी लगने का सबसे ज्यादा खतरा होता है. ठंडी हवा से बचना चाहिए इसके साथ ही जिन लोगों को हाल में ही कोविड-19 (Covid-19 Patients) हुआ था उन्हें भी खास खयाल रखने की जरूरत है. ठंड के असर के बारे में हमने वरिष्ठ डॉक्टर एम वाली से खास बात की और जाना कि सर्दी से बचने के क्या उपाय हैं.
किन किन बीमारियों में खास ख्याल की जरूरत
डॉक्टर एम वाली ने बताया कि सर्दियों से बचाव की जरूरत तो हर किसी को है, लेकिन जिन लोगों को अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गठिया, ट्रांसप्लांट के मरीज या किसी भी फॉर्म में स्टेरॉयड का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन लोगों को बचाने की बेहद जरूरत है. छोटे बच्चों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है. बच्चों के सिर और पैरों को ढक कर रखें.
आर्टिफिशियल हिटिंग से करें बचाव
भारत का क्लाइमेट ऐसा नहीं है, जैसा दूसरे देशों में होता है. ऐसे में आर्टिफिशियल हिटिंग से बचाव करने की जरूरत है. अपने कमरों में हीटर और ब्लोअर से जो हम आर्टिफिशियल गर्माहट पैदा करते हैं, उससे बचना चाहिए क्योंकि इसके चलते कई तरीके की समस्याएं हो सकती हैं. आर्टिफिशियल हिटिंग से बिजली का खर्चा भी बढ़ता है और सेहत पर भी बुरा असर होता है. आर्टिफिशियल हिटिंग सबसे पहले हवा को ड्राई कर देती है, ड्राई हवा नाक से लेकर फेफड़ों तक को परेशान और इरिटेट करती है. ऐसे में खांसी, ड्राइनेस, डिहाइड्रेशन और स्किन में रूखेपन की समस्याएं हो जाती हैं. आर्टिफिशियल हिटिंग से बचाव रखें और नेचुरल तरीके से शरीर को गर्म रखें.
नैचुरल तरीके से गर्माहट रखने के तरीके
डॉक्टर एम वाली ने बताया कि ‘पहले के जमाने में दादी-नानी घर में स्वेटर बनाया करती थीं, लेकिन अब बाजार में भी कई तरीके के फॉर्मर उपलब्ध है. शरीर को गर्म रखने के लिए उनका इस्तेमाल करें, सिर को ढककर रखें ,पैरों में जुराब जरूर पहने और जितना संभव हो ठंडी हवा से बचें. ड्राइविंग करते समय भी गाड़ी में हीटर का इस्तेमाल ना करें.’
खानपान से भी किया जा सकता है बचाव
डॉ एम वाली ने बताया कि ‘हमारी रसोई में बहुत सारी ऐसी चीजें हैं, जिनके इस्तेमाल से हम सर्दी से अपना बचाव कर सकते हैं. केसर, अदरक की चाय, मूंगफली, गुड, रेवड़ी गजक, मेथी की खिचड़ी, मौसमी सब्जियां, गाजर का हलवा, बादाम, बाजीराव, मक्के का आटा और काजू को अपने खानपान में शामिल करें.’
‘जब तक जरूरी ना हो बाहर ना निकले’
सर्दी से बचाव के लिए जब तक जरूरी ना हो घर से बाहर ना निकले, घर में रहे और अगर घर से निकलना भी हो तो गर्म कपड़े ठीक से पहने और सिर को ढंक कर रखें, तभी सर्दी से बचा जा सकता है.
सर्दी लग जाए तो क्या करें?
ठंड से सर्दी जुखाम हो जाए तो एंटीबायोटिक का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें. बुखार उतारने के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल करें और कोल्ड स्पंजिंग ना करें. ब्लड काउंट अगर बढ़े हैं या किसी तरीके की कोई और समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें. यूरिन में किसी तरीके का इंफेक्शन हो रहा है तो पानी का ज्यादा इस्तेमाल करें, तेल मालिश करें और शरीर को गर्म रखें.
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Tags: Cold wave, Health tips, Heath, Winter
FIRST PUBLISHED : January 06, 2023, 10:47 IST