नई दिल्ली. एक एशियाई एमआईटी ग्रेजुएट लड़की ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से अपने लिंक्डइन प्रोफाइल के लिए खुद का एक पेशेवर चित्र बनाने के लिए कहा. लेकिन जब उनका फोटो बनकर सामने आया तो वह हैरान थीं. बोस्टन ग्लोब के अनुसार, 24 वर्षीय रोना वांग ने प्लेग्राउंड एआई इमेज एडिटर को अपने हेडशॉट को अधिक ‘प्रोफेशनल’ फोटो बनाने के लिए प्रेरित किया. हालांकि, परिणाम वह नहीं था जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी.
एआई से बनी फोटो को एक्स (ट्विटर) पर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘एआई एडिटिंग के साथ लिंक्डइन प्रोफाइल फोटो पाने की कोशिश कर रही थी और यह फोटो मुझे मिला. पहली तस्वीर में वांग मैरून एमआईटी स्वेटशर्ट पहने नजर आ रही हैं. उन्होंने फोटो जेनरेटर को इस सोच के साथ अपलोड किया, ‘मूल फोटो वाली लड़की को एक पेशेवर लिंक्डइन प्रोफाइल फोटो दें’
was trying to get a linkedin profile photo with AI editing & this is what it gave me pic.twitter.com/AZgWbhTs8Q
— Rona Wang (@ronawang) July 14, 2023
गोरा रंग पाकर वांग ने जताई हैरानी
उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ, जब एआई टूल ने उन्हें गोरा रंग, गहरे सुनहरे बाल और नीली आंखें दीं. सीधे शब्दों में कहें तो AI ने उन्हें एक श्वेत महिला में बदल दिया. वांग ने बताया, ‘परिणाम देखने पर मेरी प्रारंभिक प्रतिक्रिया मनोरंजक थी. हालांकि, मुझे यह देखकर खुशी हुई कि इसने एआई पूर्वाग्रह के आसपास एक बड़ी बातचीत को उत्प्रेरित किया है और प्रौद्योगिकी की इस नई लहर में कौन शामिल है या कौन नहीं है.’
एआई के संस्थापक की भी खींचा ध्यान
उन्होंने कहा, ‘नस्लीय पूर्वाग्रह एआई टूल में एक मुद्दा है’ और परिणामों ने उन्हें उनसे दूर कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी तक एआई फोटो जेनरेटर या एडिटरों से कोई उपयोगी परिणाम नहीं मिला है, इसलिए मुझे अभी के लिए एक नई लिंक्डइन प्रोफाइल फोटो के बिना जाना होगा.’ उनके ट्वीट ने प्लेग्राउंड एआई के संस्थापक सुहैल दोषी का भी ध्यान आकर्षित किया.
उन्होंने जवाब दिया, ‘मॉडल इस तरह से निर्देश देने योग्य नहीं हैं, इसलिए यह प्रॉम्प्ट के आधार पर किसी भी सामान्य चीज को चुनेगा. दुर्भाग्य से वे पर्याप्त स्मार्ट नहीं हैं. परिणाम प्राप्त करने में आपकी मदद करने में खुशी है, लेकिन ChatGPT जैसी किसी चीज की तुलना में थोड़ा अधिक प्रयास करना पड़ता है. उन्होंने आगे कहा, ‘हम इससे काफी नाखुश हैं और इसे हल करने की उम्मीद करते हैं.’
AI सॉफ्टवेयर क्या नस्लीय पूर्वाग्रह को बढ़ा रहा?
एक अन्य यूजर ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, ‘रोना वांग एक एशियाई-अमेरिकी हैं, जिन्होंने एआई सॉफ्टवेयर से उन्हें और अधिक पेशेवर दिखने के लिए कहा. उन्हें जो वापस मिला वह हल्की त्वचा और नीली आंखों के साथ एक तस्वीर थी! हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एआई सॉफ्टवेयर नस्लीय पूर्वाग्रह को आगे नहीं बढ़ा रहा है. कोई भी दौड़ दूसरे की तुलना में अधिक पेशेवर नहीं दिखती है.
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FIRST PUBLISHED : August 07, 2023, 17:43 IST