न्यूयार्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर विदेश में रखे पुरावशेषों को भारत वापस लाने में बड़ी सफलता मिल रही है. पीएम मोदी ने जून 2023 में अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान भारत की विरासत और संस्कृति से जुड़ी प्राचीन धरोहरों को सौंपने की पहल की थी. इसी के तहत अमेरिका ने न्यूयार्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास को तस्करी करके वहां लाई गईं 105 प्राचीन वस्तुओं को वापस लौटाया. इसमें दूसरी-तीसरी से लेकर 18वीं और 19 शताब्दी से जुड़ी कई दुर्लभ कलाकृतियां शामिल हैं.
एल्विन ब्रैग और उनकी एंटी-ट्रैफिकिंग यूनिट तथा होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन टीम के इस सहयोग पर भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि ‘भारत के लोगों के लिए ये केवल कला के टुकड़े नहीं हैं, बल्कि उनकी जीवंत विरासत और संस्कृति का हिस्सा हैं. इन पुरावशेषों को जल्द ही भारत ले जाया जाएगा.’ इस प्रत्यावर्तन समारोह में मैनहट्टन जिला अटॉर्नी कार्यालय और होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन टीम के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया.
न्यूयार्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में अमेरिका द्वारा एक समारोह के जरिए 105 तस्करी की प्राचीन वस्तुओं की वापसी की गई.
भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक संपत्ति समझौता
दरअसल पिछले दिनों पीएम मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका एक सांस्कृतिक संपत्ति समझौते के लिए काम करने पर सहमत हुए हैं, जो प्राचीन कलाकृतियों की अवैध तस्करी को रोकने में मदद करेगा. इस तरह की समझ दोनों देशों की आंतरिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच गतिशील द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक महत्व देगी.
दूसरी-तीसरी शताब्दी से जुड़ी हैं कई कलाकृतियां
ये 105 कलाकृतियां भारत में उनकी उत्पत्ति के संदर्भ में एक व्यापक भौगोलिक प्रसार का प्रतिनिधित्व करती हैं. इनमें पूर्वी भारत से 47, दक्षिणी भारत से 27, मध्य भारत से 22, उत्तरी भारत से 6, पश्चिमी भारत से 3 दूसरी-तीसरी शताब्दी ईस्वी से लेकर 18 वीं-19 वीं शताब्दी ईस्वी तक की अवधि में फैली, कलाकृतियां टेराकोटा, पत्थर, धातु और लकड़ी से बनी हैं. लगभग 50 कलाकृतियां धार्मिक विषयों [हिंदू धर्म, जैन धर्म और इस्लाम] से संबंधित हैं और बाकी सांस्कृतिक महत्व की हैं.
अमेरिका ने 2016 से भारत को 278 सांस्कृतिक कलाकृतियां सौंपी
वहीं भारत सरकार भी विदेश से चुराए गए भारतीय पुरावशेषों, समृद्ध भारतीय विरासत और संस्कृति के जीवित प्रतीकों को वापस लाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है. हाल के वर्षों में, भारत और अमेरिका के बीच प्राचीन वस्तुओं की वापसी पर घनिष्ठ सहयोग हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी की 2016 की अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी पक्ष ने 16 प्राचीन वस्तुएं सौंपी थीं. इसी तरह, 2021 में, संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार ने 157 कलाकृतियों को सौंपा जो सितंबर 2021 में पीएम की अमेरिका यात्रा के बाद भारत लौट आईं. इन 105 पुरावशेषों के साथ, अमेरिकी पक्ष ने 2016 से भारत को कुल 278 सांस्कृतिक कलाकृतियां सौंपी हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 23:01 IST