वाॅशिंगटन. अमेरिका की एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जहरीले पत्र भेजने वाली आरोपी महिला को 22 साल तक जेल की सजा सुनाई है. दोषी पास्केल फेरियर ने खुद अपना गुनाह कबूला है और कहा कि उन्होंने ट्रंप के लिए लेटर तैयार किया और उसमें खुद जहर बनाकर डाला. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी की सजा पूरी होने के बाद उन्हें अमेरिका से निर्वासित कर दिया जाएगा और अगर वह कभी वापस लौटीं तो उन्हें जीवन भर निगरानी का सामना करना पड़ेगा. अदालत के जज फ्रेडरिक ने फेरियर से कहा कि आपकी हरकतें आपके लिए और समाज के लिए हानिकारक थीं.
दोषी पास्केल फेरियर के पास फ्रांस और कनाडा की दोहरी नागरिक है. फेरियर ने अदालत को बताया कि उन्हें खेद है कि योजना विफल हो गई. अदालत को दिए एक लंबे-चौड़े संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद को एक आतंकवादी के रूप में नहीं बल्कि एक कार्यकर्ता के रूप में देखती हैं. फेरियर ने कहा, “मैं अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण साधन खोजना चाहती हूं.” एफबीआई को ट्रंप को लिखे पत्र पर उनकी उंगलियों के निशान मिले, जिसमें उनसे राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने का आग्रह किया गया था. जिला न्यायाधीश डाबनी फ्रेडरिक ने फेरियर को 262 महीने की जेल की सजा सुनाई है, जो कि 22 साल से थोड़ी कम है.
फेरियर को सितंबर 2020 में न्यूयॉर्क सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान वह एक बंदूक, चाकू और गोला-बारूद ले जा रही थीं. बाद में उन्होंने अपने क्यूबेक स्थित घर में राइसिन, अरंडी की फलियों के पदार्थ से बना जहर पत्र के साथ एक लिफाफे में रखने की बात स्वीकार की. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, खुराक के आधार पर, यह 36 से 72 घंटों के भीतर मौत का कारण बन सकता है. 2014 में, राष्ट्रपति बराक ओबामा और अन्य अधिकारियों को राइसिन युक्त पत्र भेजने के बाद मिसिसिपी के एक व्यक्ति को 25 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.
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FIRST PUBLISHED : August 18, 2023, 14:44 IST